Friday 18 May 2018

ऐसी महगाई में Safeshop ही सबसे बढ़िया Income का साधन है, और कोई भी नहीं


महंगाई की बढ़ती हुई दर

Year Monthly Expenses of General Family
1940 Rs. 10
1960 Rs. 100
1980 Rs. 1000
2000 Rs. 10000
2020 Rs. 100000

दोस्तों ऊपर की तालिका को आपने देखा हर 20 साल में 10 गुना की दर से महगाई बढ़ रही है, लेकिन हमारी Income तो उस हिसाब से नहीं बढ़ रही। लेकिन आपको क्या लगता है Income बढ़नी चाहिए या नहीं? अगर हाँ तो आपके पास क्या रास्ता है? 

जरा सोचिए दोस्तो चिंता ना करें, नेटवर्किग का रास्ता आपके लिए हमेशा खुला है यहाँ पर आप समय के साथ नहीं बल्कि समय से एक कदम आगे चल सकते हो। एक बिजनेस सेंटर पर 800000 रूपया प्रतिमाह तक कमा सकते हैं। 

फैसला आपके हाथ में है? महंगाई की बढ़ती मार से आज देश और दुनिया परेशान है। हर तरफ की चर्चा हो रही है, किसी ने कहा भी है, 

यह दौलत और शोहरत सब बेमानी चीज है, हमारा घर तो मोहब्बत से चलता है। 

शायद इन महाशय के समय में टीवी, फ्रिज, इनवर्टर, मोबाइल, शॉपिंग मॉल नहीं रहे थे, तो इनका अगर मोहब्बत से चला जाता रहा हो अभी तो परिस्थिति कुछ ऐसी है 

कि हर पल हर कदम बढ़ रही महंगाई की दर,
सब्जी राशन सब महंगे कैसे चलाएं घर। 
पाँच हजार की सैलरी कैसे हो सपने सच,
मैया मेरी बात मानले इन सपनों से बच।।

लेकिन चाहत यही है कि,
दाता इतना दीजिए घर आंगन भर जाए। और कटे जिंदगी ऐश से पीढ़ी वैठे खायें।

महगाई की वजह से इंसान जिस तरह से चिंतित रहता है। इस उदाहरण से स्पष्ट होता है, पहला आदमी मैं बहुत चिंतित हूँ, मूसलाधार बारिश हो रही है और मेरी पत्नी शहर गई है। 

दूसरा आदमी - चिंता मत करो। वह बारिश से बचने के लिए किसी मॉल में चली जाएगी। 

पहला आदमी - यार इसी कारण तो मैं चिंतित हूँ, बताइए क्या फायदा ऐसे मर्द होने का जो की मजबूरी में शॉपिंग भी न करने दे। काश ये व्यक्ति इस व्यवसाय में होता तो ऐसी चिंता बिलकुल न करता। 

अपने परिवार के लिए सुरक्षा व सम्पदा छोड़ सकते हैं।
में यहाँ एक उदाहरण प्रस्तुत करना चाहूंगा स्वर्गीय श्री श्याम सुंदर जी ने नवंबर 2003 को व्यवसाय शुरू किया था। यह बिजनेस पूरी लगन और मेहनत से करते हुए श्री श्याम सुंदर जी अपने सपनों को लगातार साकार करते ही जा रहे थे कि अचानक 6 जुलाई 2007 की रात एक सड़क दुर्घटना में उनकी अकस्मात मौत हो गई। उनकी मृत्यु का समाचार सुनकर उनके परिवार और पूरे नेटवर्क में शोक की लहर दौड़ गई। मृत्यु के समय उनका नेटवर्क 17000 का था। जो मृत्यु के पश्चात टीम की लीडर्स की मेहनत से बढ़कर आज 45000 से भी ज्यादा का हो गया है। श्याम जी की मृत्यु के पश्चात भी उनके परिवार में कार, बैंक बैलेंस जमीन जायदाद और सुख सुविधाओं की कोई कमी नहीं है। आज हर महीने उनके परिवार में इतनी इनकम आ जाती है, जो किसी नौकरी किसी अन्य Businessman लोग शायद पूरे जीवन में नहीं कमा पाते और यह संभव हुआ है तो इस बिजनेस की बदौलत । हमें विश्वास है कि आप अपने परिवार की प्रगति देखकर उनकी आत्मा को बहुत शांति एवं प्रसन्नता मिलती होगी हम श्री श्याम सुंदर जी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।

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