Tuesday 15 May 2018

दोस्तों हम क्यों जुड़ें Safe Shop के Business से आइये जानते हैं

दोस्तों! इस बिजनेस में आप देख सकते हैं, हर पृष्ठभूमि के लोग जैसे-विद्यार्थी, शिक्षक, किसान, प्राइवेट, सरकारी, अर्धसरकारी नौकरी करने वाले तथा सेवारत सैनिक सभी लोग इस व्यवसाय से जुड़कर अपना और अपने परिवार की तरक्की का इतिहास लिख रहे हैं। और अपने सभी सपने को पूरा कर रहे हैं। वे सभी लोग या तो निम्नलिखित चीजें पा चुके हैं या पाने की ओर अग्रसर हैं:- 

1. समय की स्वतंत्रता 

2. आर्थिक स्वतंत्रता 

3. परिवार की सुरक्षा 

4. दूसरों की मदद करके आत्मिक खुशी 

5. देश-विदेश की यात्राएँ 

6. पसंद की कार व सपनों का घर इत्यादि

अब सवाल ये है कि बहुत सारे हमारे जैसे ही पृष्ठभूमि के लोग इस अवसर का लाभ ले रहे हैं तो क्या आप भी इस अवसर का लाभ प्राप्त नहीं कर सकते? लेकिन हमारी आपसे विनती है कि आप अपने आप से ये पूछे कि जब वही सौरमण्डल है, वही पृथ्वी है, वही हवा है, वही प्रकाश है, वही पानी है, वहीं देश है, वही अवसर है, वही कंपनी है और वही Products हैं तो ऐसी कौन सी बात है जो वे पा सकते हैं, वे कर सकते हैं लेकिन हम नहीं? 

क्योंकि जब यहाँ पर पहले से कोई योग्यता नहीं पूछी जाती है तो इसका मतलब है कि कोई भी इस बिजनेस को कर सकता है, तो हम क्यों नहीं? सोचो, अगर वे सब लोग यहां सफलता पा सकते हैं - एमराल्ड, रूबी और डायमण्ड बन सकते हैं तो हम और आप क्यों नहीं?

मुझे पूरा भरोसा है कि आप हाँ ही कहेंगे? लेकिन अगर आप ने हाँ नहीं बोला है आप दिल ही दिल में सोच रहे होंगे कि पता नहीं यार वे तो सफल हो गए, लेकिन मेरे साथ क्या होगा? किस्मत की बात है, हो सकता है उनकी किस्मत अच्छी हो, या उनको पुराने अच्छे कर्मों का लाभ मिल रहा हो?

आप बिलकुल सही सोच रहे हैं कि उनको पुराने कर्मों का फल देने के लिए भगवान ने यहाँ पर उनको यह व्यवसाय दिया है, और उन्हें सफल बनाया है। लेकिन भगवान ने यह व्यवसाय करने करने का मौका तो आपको भी दिया है, आप कैसे कह सकते हैं कि आपके पुराने कर्म अच्छे नहीं हैं, कैसे कह सकते हैं यहां आपके भाग्य में सफलता नहीं है।

और एक मिनट के लिए ये सही भी मान लें कि आपके पुराने कर्म कुछ-कुछ ठीक नहीं थे। इसलिए आपको सफलता नहीं हुई है। लेकिन याद रहे आप अब केवल और केवल भोग योनि में नहीं है आपको मानव का और मानव चोले में इंसान को दो तरह के कार्य करने की स्वतंत्रता है:

1. भोग - वो चाहे वही चीज भोग सकता है जो उसने पूर्वजन्म से अर्जित की है।

2. साथ ही साथ मानव वर्तमान में नए कर्म करके अपने भाग्य का उदय भी कर सकता है, तो आपके लिए Golden Chance है, Do Good and Have Good संसार में ऐसे लोगों को भी देखते हैं जो बहुत मेहनत करते हैं लेकिन पाते बहुत कम है और कुछ ऐसे लोगों को भी देखते हैं जो बहुत कम मेहनत करते हैं लेकिन हर चीज की मौज रहती हैं, ऐसा क्यों?

उसके उत्तर में हमारे सिद्धपुरूष, साधु व मनोविज्ञान के ज्ञाता कहते हैं कि इंसान की सोच बड़ी और सकारात्मक है तो उसे वे सब चीजें मिल जाती हैं जो वह चाहता है,

अगर आप वो पाना चाहते हैं जो आपने अबतक नहीं  पाया है, तो आपको वो करना होगा जो आपने अबतक नहीं किया, अगर आप वो ही करते रहे जो अब तक आप करते आये हैं, तो आपको वो ही मिलता रहेगा जो आपको मिलता रहा है।

क्योंकि सोच ही तो है जो इस ब्रह्माण्ड की सभी चीजों की उत्पत्ति करती है, आदमी की सोच में दो तरह की शक्तियाँ हैं।

1. किसी भी चीज को उत्पन्न (Materialisation) करने की शक्ति

2. किसी भी चीज को De-Materialisation करने की शक्ति

यानि कि हम चाहें तो अपने पुराने कर्मों को, असफलता के कर्मों का De-Materialisation (Delete) कर सकते हैं और नए सफलता के संस्कार या कर्म कर सकते हैं। वह सब हमारी सोच पर निर्भर करता है तो फैसला हमारे हाथ में है, हम-आप चाहें तो अपने लिए सफलता का Creation (Materialisation कर लें) या चाहे तो असफलता का Creation कर लें, बस हमें अपनी सोच बदलनी पड़ेगी।

सोच बदलने का एक Example देता हूँ :-
एक व्यक्ति की शादी हो जाती है परन्तु दो तीन दिन बाद भी वह बहुत ही उदास रहने लगता है, तो उसका दोस्त पूछता है कि भाई तुम इतने उदास क्यों रहते हो ? तो वह बोलता है कि मेरी बीवी का मेरी शादी से पहले एक लड़के से चक्कर चल रहा था और उसका पुराना प्रेमी रोज - रोज उससे मिलने आता है, में इसलिए दुखी हूँ।

तो उसका दोस्त बोला कि एक काम कर कि अपना घर बेच कर दूसरे शहर में घर  खरीद ले और वहां अपनी बीवी को लेकर चले जा, उसने ऐसा ही किया उसने दूसरे शहर में घर खरीद लिया और वहां अपनी बीवी के साथ जाकर रहने लगा। लगभग पांच साल बाद वो आदमी अपने दोस्त से मिलता है तो उसके दोस्त ने पूछा कि अब तो आप खुश लग रह रहे हो क्यों कि अब तो तुम्हारी बीवी का आशिक नहीं आता होगा ?

तो उस आदमी ने उत्तर दिया कि भाई मेरी बीवी का आशिक तो दूसरे शहर में भी आता है, परन्तु में फिर भी खुश हूँ क्यों की मैंने अपनी सोच ही बदल ली है, मैंने ये सोच लिया है कि बीवी तो आशिक की है में उसकी बीवी के साथ रह रहा हूँ।

मैं फिर अपनी बात पर आ रहा हूँ, अगर आप अब भी अपने लिए सफलता का Creation नहीं कर रहे हैं तो गलती किसकी है? हमें पूर्ण विश्वास है आप अपने लिए सफलता खुशहाली का ही चयन करेंगे। ये भी निश्चित है जो हमने आज चुनाव किया वैसा ही हमारा भविष्य होने वाला है।

क्योंकि, जो हमने भूत (Past) में कर्म किए थे, उनकी वजह से हम आज (Present) में अच्छा कर रहे हैं और जो Present में कर रहे हैं उनका फल हमको कल मिलने वाला है। हम एक बार फिर आपसे वही सवाल पूछना चाहेंगे कि जो लोग इस Business में सफल हैं, वे कैसे सफल हो गए? दिमाग पर तनिक जोर तो डालें ? गहनता  से सोचने के बाद प्रतीत होता है कि वे सभी सफल होना और अपने सपने पूरा करना चाहते थे। तो आप कौन से कम है आप भी सफलता पाना और सभी सपने पूरा करना चाहते है तो फिर ऐसी क्या बात हो सकती है जिसकी वजह से आप रुके हैं और क्या वजह है कि वे लोग सफल हो गए?

हाँ, याद आया होगा वे सभी लोग समयनिष्ठ होंगे तो हम या आप कौन से कम है। नौकरी या बिजनेस पर एक घंटा पहले पहुँचते है और क्या हो सकता है? हो सकता है वे निडर हों, उन्हें असफलता से डर नहीं लगता हो तो आप या हम कौन से कम हैं,  हम भी तो अपनी बीवी  या Girl Friend को कहते हैं, "मैं मर्द हूँ" या Ladies के केस में झाँसी की रानी हूँ। तो जरा सोचो ऐसी कौन सी बात है वे सफल हैं और हम क्यों नहीं है? शायद हो सकता है वे लोग आत्मा विश्वासी (Confident) हो उनको लोगों से बात करने में झिझक नहीं हो? वे लोगों को तुरंत मना लेते हों।

लेकिन, दोस्तों! आत्मविश्वास की बात आती है तो आप भी Great हैं आपको हमको तब झिझक लगती है जब कानून तोड़ने की बात आए, तब झिझक लगती है जब चुगली करने की बात आए, तब झिझक लगती है जब गुटखा थूकने की बात आए, टैक्स चोरी की बात आए, इत्यादि। इन सब बातों को जानकर हमें पता चला है कि हम कितने आत्मविश्वासी या बेझिझक हैं, तो किस बात की झिझक तोड़ डालो ऐसी झिझक को और तोड़ डालो गरीबी की बेड़ियाँ चाहे दिमाग की गरीबी हो या धन की गरीबी या सोच की गरीबी या ज्ञान की गरीबी हो ।

वैसे भी सरकार को टैक्स देने और एक नंबर की आमदनी कमाने वालों को शर्माने की क्या जरूरत है। इसलिए चिंता  मत करें हमे पूर्ण विश्वास है कि आप बहुत अच्छी तरह से परिवार की उन्नति का इतिहास लिखने वाले इस बिजनेस को कर सकते हैं। सफलता पा सकते हैं बस अपनी सोच को बदलने के लिए तैयार हो जाएं। सोच कैसे बदलेगी इसकी चिंता अभी आप ना करें। यहाँ इस व्यवसाय का एजुकेशन सिस्टम तथा इसके ट्रेनिग और सेमिनार हमारी सोच के साथ-साथ हमारा ढांचा भी बदलने में सक्षम है लेकिन इसके साथ चलने की और इसको पकड़कर रखने की जिम्मेदारी हमारी खुद की है क्योकि हम इन्सान हैं, इन्सान अपने फायदे की चीज को पकड़ कर रखता है। जैसे बंदरिया का बच्चा अपनी मां को पकड़ कर रखता है लेकिन बिल्ली का बच्चा कभी नहीं पकड़ता है और हमारे वंशज बन्दर हैं इसलिए सिस्टम को पकड़कर रखना है छोड़ना नहीं है।

अब ये सिस्टम क्या है? इसे कैसे पकड़े? सोचने की बात है, सबसे पहले आप अपनी अपलाइन के संपर्क में रहें, अगर वह किसी वजह से सक्रिय नहीं है तो उसके ऊपर किसी भी अपलाईन से संपर्क में रहा जा सकता है दूसरा सभी मीटिग सेमिनार कार्यक्रम (Functions) में उपस्थित रहें। साथ ही सिस्टम के टूल्स सीडी, प्लान फोल्डर, इनविटेशन कार्ड, डीवीडी, एल्बम आदि अपने साथ जरूर रखें।

हम हरगिज नहीं चाहते हैं कि आप जैसा स्वछन्द विचारों वाला स्वतंत्र बिजनेस का मालिक अपनी स्वतंत्रता से वंचित हो। हमें पूरा विश्वास है कि आप यहां स्वतंत्र विश्वास बिजनेस के मालिक ही बनकर रहना चाहेंगे तो दिल की गहराइयों से आपको बहुत-बहुत बधाई हो। आप इस अनूठे व्यवसाय को करने की राह पर चलना चाहते हैं क्योंकि इतनी देर से आप हमारा  Post पढ़ रहे हैं यह इस बात का प्रतीक है कि आप साधारण जिंदगी नहीं बिताना चाहते हैं। दूसरा आप बॉस से और लॉस से दोनों से मुक्त रहना चाहते हैं तो यह आपके लिए सुनहरा मौका है। आपके लिए यह व्यवसाय इसलिए भी जरूरी है कि आपको अपने सभी अरमानों और सपनों को लेकर नहीं मरना है आपको तो सब सपने पूरे करने हैं वरना एक आदमी के साथ क्या होता है यह आप समझ सकते हैं।

में  आशा करता हूँ कि आपको मेरा Post पसंद आया होगा, अगर इससे संबधित कोई भी सवाल या डाउट हो तो आप हमें नीचे दिए हुए Comment Box में बताएं, में आपको इसका Answer अवश्य दूंगा, इस Post को Social Media, जैसे Facebook, Twitter, Whatapp etc. पर जरूर Share करें। 

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