Monday 11 June 2018

हृदय घात की बीमारी आयुर्वेदिक इलाज

हमारे देश भारत मे 3000 साल पहले एक बहुत बड़े ऋषि हुये थे, उनका नाम था महर्षि बागवट जी, उन्होने एक पुस्तक लिखी थी, जिसका नाम है अष्टांग हृदयम और इस पुस्तक में उन्होंने समस्त बीमारियों को ठीक करने के लिए 7000 सूत्र लिखे थे।  

यह उनमे से ही एक सूत्र है, बागवट जी लिखते हैं कि कभी भी हृदय को घात हो रहा है, मतलब दिल की नलियों में Blockage होना शुरू हो रहा है। तो इसका मतलब है कि रक्त (Blood) में Acidity (अम्लता ) बढ़ी हुई है। 

अम्लता आप समझते हैं जिसको अँग्रेजी मे कहते हैं Acidity, अम्लता दो तरह की होती है, एक होती है पेट की  अम्लता, और एक होती है रक्त (Blood) की अम्लता। 

आपके पेट में अम्लता जब बढ़ती है, तो आप कहेंगे पेट में जलन सी हो रही है, खट्टी खट्टी डकार आ रही हैं, मुंह से पानी निकल रहा है और अगर ये अम्लता (Acidity) और बढ़ जाये तो Hyper Acidity होगी, और यही पेट की अम्लता बढ़ते-बढ़ते जब रक्त में आती है तो रक्त अम्लता  (Blood Acidity) होती है। 

और जब Blood में Acidity बढ़ती है तो ये अम्लीय रक्त (Blood) दिल की नालियों में से निकल नहीं पाता ! दिल की नालियों को  Block कर देता है, तभी Heart Attack होता है, इसके बिना Heart Attack नहीं होता। 

वागबट जी लिखते हैं कि जब रक्त (Blood) में अम्लता (Acidity) बढ़ गई है। तो आप ऐसी चीजों का उपयोग करो जो क्षारीय हैं, जैसा कि आप जानते हैं दो तरह की चीजें होती हैं, अम्लीय और क्षारीय Acidic and Alkaline

अब अम्ल और क्षार को मिला दो तो क्या होता है, (Acidic and Alkaline को मिला दो तो क्या होता है) ?????
Neutral होता है सब जानते हैं। 

तो बागवट जी लिखते हैं, कि रक्त की अम्लता बढ़ी हुई है तो क्षारीय (Alkaline) चीजें खाओ। तो रक्त की अम्लता (Acidity) Neutral हो जाएगी, तो Heart Attack की जिंदगी में कभी संभावना ही नहीं। 

ये है सारी कहानी, अब आप पूछोगे जी ऐसी कौन सी चीजें हैं जो क्षारीय हैं और हम खाएं आपके रसोई घर में ऐसी बहुत सी चीजें हैं जो क्षारीय हैं, जिन्हें आप खाएं तो कभी Heart Attack न आए, और अगर आ गया है, तो दुबारा न आए। 

सबसे ज्यादा आपके घर में क्षारीय चीज है वह है लौकी, जिसे दूधी भी कहते हैं, English में इसे कहते हैं  Bottle Gourd, जिसे आप सब्जी के रूप में खाते हैं। इससे ज्यादा कोई क्षारीय चीज ही नहीं है, तो आप रोज लौकी का रस निकाल-निकाल कर पियो, या कच्ची लौकी खाओ। 

वागवतट जी कहते हैं रक्त  की अम्लता कम करने की सबसे  ज्यादा ताकत लौकी में ही है, तो आप लौकी के रस का सेवन करें। 

कितना सेवन करें ?
रोज 200 से 300 मिलीग्राम पियो। 

कब पियें 
सुबह खाली पेट (Toilet जाने के बाद ) पी सकते हैं, या नाश्ते के आधे घंटे के बाद पी सकते हैं। 

इस लौकी के रस को आप और ज्यादा क्षारीय बना सकते हैं इसमें 7 से 10 पत्ते तुलसी के डाल लो तुलसी बहुत क्षारीय है। इसके साथ आप पुदीने के 7 से 10 पत्ते मिला सकते हैं। 

पुदीना बहुत क्षारीय है इसके साथ आप काला नमक या सेंधा नमक जरूर डालें ये भी बहुत क्षारीय है। लेकिन याद रखें नमक काला या सेंधा ही डालें वो दूसरा आयोडीन युक्त नमक कभी न डालें ये आओडीन युक्त नमक अम्लीय है। 

तो मित्रों आप इस लौकी के जूस का सेवन जरूर करें, 2 से 3 महीने आपकी सारी Heart की Blockage  ठीक कर देगा। 21 वे दिन ही आपको बहुत ज्यादा असर दिखना शुरू हो जाएगा, कोई आपरेशन की आपको जरूरत नहीं पड़ेगी, घरमें  ही हमारे भारत के आयुर्वेद से इसका इलाज हो जाएगा, और आपका अनमोल शरीर और लाखों रुपए आपरेशन के बच जाएँगे।

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