1. जब तक देशभरमें सम्पूर्ण गो-हत्या बंद न होगी, महीनेमें
कम-से-कम एक दिन (सुदी अष्टमी) गोरक्षा-प्रचार तथा पर गो सेवाके लिये दूंगा, चाहे वह फेसबुक, गूगल, ट्विटर, यूट्यूब या इलेक्ट्रॉनिक मीडिया हो।
2. गो-हत्या-निषेधके लिये जो आन्दोलन होंगे, उनमें तनसे, मनसे और धनसे, सहयोग और
सहायता दूंगा।
3. गो-हत्या बंद करनेके लिये बड़े-से-बड़ा बलिदान देनेको
तैयार रहूंगा।
4. संसद एसेम्बली, डिस्ट्रिक्ट बोर्ड, म्युनिसिपल बोर्ड आदिके चुनाव में अपना मत या वोट सम्पूर्ण गोवधबंदी करवाने तथा गोपालनको लिखित प्रतिज्ञा करनेवाले पक्ष, पार्टी या उम्मीदवारको
को दूंगा।
5. गो-सेवाका रचनात्मक कार्य करूंगा।
6. कसाई या अनजान ग्राहकके हाथ गाय न बेचूंगा।
7. गोदुग्धका ही व्यवहार करूंगा।
8. वध किये हुए गोवंशके चमड़े तथा इससे बनीं चीजोंका व्यापार
एवं व्यवहार न करूंगा।
9. वनस्पति घी, निघृत दुग्ध, चूर्ण, मूंगफलीका दूध, रासायनिक
खाद, ट्रैक्टर आदि जिन चीजोंसे गोवंशको हानि पहुँचती है,
न व्यवहार तथा व्यापार न करूँगा।
10. अपने इष्ट तथा श्रद्धाके अनुसार नित्य भगवान से गोरक्षाके लिये प्रार्थना करूंगा।
11. घर पर गाय माता के आने पर अवश्य कुछ कुछ खिलाऊंगा।
12. घर में भोजन बनाते समय सबसे पहली रोटी गाय के लिए बनाऊंगा।
13. रोज किसी भी एक गाय को चारा खिलाऊंगा यदि रोज ना हो सके तो हप्ते में एक दिन निश्चित कर लो।
14. यदि गाय को पालने की सामर्थ्य और घर में जगह हो तो एक गाय जरूर पालूंगा।
15. बीमार गाय का इलाज करवाऊंगा, और उसके लिए दवाओं की व्यस्था करूँगा।
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