Sunday 17 December 2017

भारत का बीमा के विषय में दुर्भाग्य अवश्य पढ़िए बीमा का महत्व

भारत का बीमा के विषय में दुर्भाग्य अवश्य पढ़िए बीमा का महत्व

1.  हम बच्चों की पढ़ाई के लिए और शादी के लिए सोना खरीद सकते हैं, मगर बीमा खरीदने के लिए समय नहीं है।

2.  हम किसी बीमा अभिकर्ता को आते देखते हैं रास्ता बदल लेते हैं, मगर उनसे बीमा संबंधी जानकारी प्राप्त नहीं  करते।

3.  हमारे देश के 130 करोड़ लोगों में  से सिर्फ 20 करोड़ लोगों का बीमा है।

4. आप अपने 10,000 रुपये के मोबाईल के लिए स्क्रीन गार्ड ले सकते हो, मगर अपने जीवन के लिए बीमा नहीं जो कि 10 करोड़ से भी अधिक मूल्यवान है।

5.  हम हमारी बेटी की शादी किसी अन्जाने और कम परचित व्यक्ति से कर देते हैं, मगर परिचित बीमा अभिकर्ता से बीमा संबंधी सहमति लेने के लिए टालमटोल करते हैं।

6.  हम श्रीमद्भावद गीता या कुरान में ही अटके पड़ें हैं,  मगर एक सनातन सत्य वह मृत्यु है यह भूल जाते हैं।

7.  हम 100 रुपये की चप्पल 5 रुपये देकर स्टैंड में रख सकते हैं, मगर हमारे अमूल्य जीवन के लिए रोज के सिर्फ 50 रुपये खर्च नहीं कर सकते हैं। मतलब क्या हमारे जीवन की कीमत चप्पल जितनी भी नहीं ?  

8.  हम ढोंगी बाबा पर विश्वास रखते हैं जो Magic दिखाता है, मगर बीमा अभिकर्ता (Agent)  पर विश्वास नहीं  रखते जो Logic से बीमा का महत्व समझाता है।

9.  हम सरकारी नौकरी करने वालों को आयु पर्यन्त पेन्शन मिलने वाला है इस बात पर दुःखी होते हैं, मगर खुद के लिए पेन्शन प्लान नहीं  लेते।

10.  विश्व में हररोज 10,000 लोग रात को सोते जरूर हैं, पर सुबह का सूर्य नही देख पाते सोते सोते ही चले जाते हैं इसका ध्यान रहे Fire Engine भी अलार्म बजाते बजाते आता है मृत्यु नहीं। 

11.  हम घर में रोशनी कायम रखने के लिए इनवर्टर ले सकते हैं, मगर हमारे परिवार का सही चिराग तो हम ही होते हैं, हम खुद को रोशन रखने के लिए बीमा लेते नहीं  हमारे बाद परिवार का क्या होगा उसका जरा भी विचार नही करते इतने मूर्ख हैं हम ?

12.  आपको अपने Debit Card, Credit Card के Balance की जानकारी होती है मगर कभी सोचा है कि आपके Life Card का कितना Balance बचा है ?

यदि आप भी अपना बीमा करवाना  चाहते हैं तो संपर्क करें

कन्हैया चौधरी 
फ़ोन नंबर : 9045226997 

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