Thursday 16 November 2017

इज़राइल एक छोटा देश है या बड़ा जानिएगा और खुद फैसला करियेगा


मात्र 20 हजार 800 किलोमीटर स्क्वायर क्षेत्रफल वाला देश इजराइल इतना छोटा है कि इसे देखकर राजपाल यादव का भी मन हल्का हो जाता है। तीन इजराइल मिल कर भी राजस्थान जितना नहीं हो सकते। मात्र और मात्र 87 लाख की जनसंख्या। मतलब खाली मुम्बई में जितने लोग लोकल में डेली सफर करते हैं उतनी मात्र इतनी ही जनसँख्या है यहाँ की। कभी सोचा है कि इतने से देश ने दुनिया को हिला के क्यों रखा है।

फिलिस्तीनी आतंकवादियो ने 1972 के म्यूनिख ओलंपिक गेम्स विलेज में घुसकर 12 इस्राइली खिलाडियों की हत्या कर दी थी, तब प्रधानमंत्री श्रीमती गोल्डा मायर ने सारे मृत खिलाडियो के घरवालो को खुद फोन करके कहा की हम बदला लेंगे और लेकर रहेंगे चाहे कुछ भी हो जाए। 

तब उन्होंने अपनी गुप्तचर एजेंसी "मोसाद"(जो कि एक सेरिब्रल असेसिनों, प्रोफेशनल किलर्स, और महाखुफिया एजेंटों का पूरा समूह है) को पूरी छूट दे दी और कहा “इस घटना में जितने लोग भी शामिल है, वो चाहे दुनिया के किसी भी देश में हो, उनको जिन्दा नहीं रहने देना है। 

और आखिर में वो सभी अज्ञात मौत मारे गए किसी को पता भी नही चला कि कौन बजा गया, पूरा विश्व यह जानता था कि ये किसने किया है। कहा जाता है अगर आप इजराइल के दुश्मन हो और आप मुस्लिम हो तो आपका इस दुनिया में कही भी जिन्दा रह पाना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है। 

अब मौजूदा ताकत सुन लो इसकी 
इजरायल दुनिया का इकलौता ऐसा देश है जो समूचा एंटी बैलिस्टिक मिसाइल डिफेंस सिस्टम से लैस है इजरायल के किसी भी हिस्से में रॉकेट दागने का मतलब है मौत "कुत्ते की मौत" क्योंकि इजरायल की ओर जाने वाला हर मिसाइल रास्ते में ही दम तोड़ देता है और बाद में इजराइल उस देश की "गांड़" तोड़ देता है। 

इंटरेस्टिंग फैक्ट यह है कि इजरायल दुनिया का एकमात्र ऐसा मुल्क है, जहां महिलाओं को अनिवार्य रूप से सैन्य सेवा में काम करना होता है फेसबुक एसबुक नही चलाती वहाँ। 

इजरायल दुनिया में उन 9 देशों में शामिल है, जिसके पास अपना सेटेलाइट सिस्टम है, जिसके इस्तेमाल से वह ड्रोन चलाता है, इजरायल अपने सेटेलाइट सिस्टम किसी के साथ शेयर नही करता किसी के साथ भी नही। 

फाडू वायुसेना है हमारे देश से भी तगड़ी इजरायल की वायुसेना दुनिया में चौथे नंबर की वायुसेना है। यह किसी भी हमले की सूरत में न सिर्फ जवाब देने में सक्षम है बल्कि घर में घुस के पेलने में भी इसका कोई तोड़ नही है। सिर्फ अमेरिका, रूस और चीन ही उससे आगे हैं। 

यही नही इजरायल अपने जन्म से अब तक 7 लड़ाइयां लड़ चुका है। जिसमें सभी में उसने जीत हासिल की है। इजरायल जीडीपी के प्रतिशत के मामले में सर्वाधिक खर्च रक्षा क्षेत्र पर करता है। जो की पूरी दुनिया का सबसे हाई रेश्यो है। 

युद्ध में इजराइल का कोई मुकाबला नहीं है एक बार 7 देश एक साथ मिलकर कोशिश कर चुके हैं लेकिन उन्हें बाबाजी का ठुल्लू पकड़ में आया और बचा खुचा विवादित क्षेत्र भी इजराइल ने हथिया लिया था। 

वही गाज़ा पट्टी विवाद में चाहे जब इजराइल फिलिस्तीनियों को पेलता रहता है। अच्छा आपने कभी सुना है इजराइल ने कहा हो कि हम आतंकवाद से ग्रसित हैं ? नही कभी नही सुना होगा क्योंकि इजराइल कभी किसी देश या संगठन को यह नहीं कहता कि हमारे देश में आंतकवादी घटनाये या हमला मत कीजिये। बल्कि इजराइल कहता है अगर किसी ने हमारे देश के एक नागरिक को मारा तो हम उस देश में घुस कर के उसके 1000 नागरिकों को मार देंगे, और कोई हमारा बाल तक नही उखाड़ पायेगा। 

अब आ जाओ दिमाग पे 
अपना छोटा भाई इजरायल घरेलू कंप्यूटर उपयोग के मामले में दुनिया में पहले नंबर पर है। दुनिया में पहला फोन मोटोरोला कंपनी ने इजरायल में ही बनाया था और माइक्रोसॉफ्ट के लिए पहला पेंटियम चिप इजरायल में ही बना था। 

यही नहीं, पहली वॉइस मेल तकनीक इजरायल में ही विकसित की गई थी। दुनिया में पहला एंटीवायरस सबसे पहले सन 1979 में इजरायल में बना। माइक्रोसॉफ्ट और सिस्को ने अमेरिका के बाहर अपने रिसर्च सेंटर सिर्फ इजरायल में ही बनाए। 

और हाँ  हर पाकिस्तानी पासपोर्ट पर लिखा होता है कि यह पासपोर्ट इजरायल को छोड़कर दुनिया के सभी देशो में मान्य है। 

इजरायल कभी खाद्यान्न आयत नही करता अपनी जरुरत का 93 प्रतिशत खुद पैदा करता है खाद्यान्न के मामले में इजरायल आत्मनिर्भर है..

अब आते हैं शिक्षा पर 
हाँ तो जनसंख्या के हिसाब से दुनिया में सर्वाधिक विश्वविद्यालय इजरायल में हैं। यहां प्रति 10 हजार की आबादी में 109 रिसर्च पेपर प्रकाशित होते हैं। जो दुनिया में सर्वाधिक हैं यहां किताबों के मामले में प्रति व्यक्ति के हिसाब से सर्वाधिक किताबें छपती हैं। 

अपने धर्म अपने लोगों के प्रति चिंतित और दयालु इतना है कि दुनिया भर में यहूदी किसी भी देश में पैदा हो उसे इजराइल की नागरिकता पैदा होते साथ ही मिल जाती है वो जब चाहे इजराइल आकर बस सकता है। अब बताओ ये छोटा देश है या बड़ा ?

नोट : - ऐसे देश के साथ सम्बन्ध बनाने गए मोदी जी को ये कह-कर कटाक्ष किया जाता है कि वे ऐश - मौज करने गए थे।

इज़राइल के राष्ट्रपति का कथन : 70 साल हो गए कोई भारतीय PM इजराइल नहीं आया, मेरे मित्र मोदी आएंगे : बेंजामिन नेतन्याहु

अभी जो आप नीचे पढ़ने वाले है, हो सकता है, आपको जानकर बहुत आश्चर्य  आये, आप यकीन न कर पाएं पर ये चीजें सच हैं, अगर एक सवाल किया जाये की भारत का इस दुनिया में सबसे करीबी मित्र देश कौन सा है ? तो फटाक से आपके मुँह से इजराइल का नाम निकल आएगा। 

1999 में कारगिल युद्ध हो रहा था, दुश्मन पहाड़ी के ऊपर था, भारत के पास लेजर गाइडेड मिसाइल नहीं थे, रूस ने भी नहीं दिया और न ही अमरीका ने। इजराइल ने हमे लेजर गाइडेड मिसाइल दिया, अमरीका के ऐतराज़ के बाबजूद दिया, और हमने उसका इस्तेमाल किया इजराइल भारत का सबसे करीबी मित्र रहा है, पर आपको हम बताएं की 1947 से आजतक भारत का कोई भी प्रधानमंत्री इजराइल कभी गया ही नहीं। 

तो आपको शायद यकीन न हो, अरे आजतक कोई प्रधानमंत्री इजराइल गया ही नहीं देखिये इजराइल प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के ऑफिस के आधिकारिक ट्वीट्स बैंजामिन नेतन्याहू ने कहा, "मेरे मित्र मोदी अगले हफ्ते इजराइल आ रहे हैं, ये एक ऐतहासिक यात्रा है, 70 साल हो गए पर आजतक कोई भी भारतीय प्रधानमंत्री इजराइल नहीं आया, मोदी आ रहे हैं" 

आप देख रहे है इजराइल के प्रधानमंत्री ने क्या बोला है, उन्होंने भारत देश के सेकुलरिज्म की पोल खोल दी है इजराइल भारत का सबसे करीबी मित्र है, युद्ध के समय भारत का साथ देने वाला मित्र और आजतक कोई भारतीय प्रधानमंत्री इजराइल ही नहीं गया क्यों नहीं गया उसका कारण देखिये कोई भी प्रधानमंत्री इजराइल नहीं गया क्यूंकि इस से भारत में मुस्लिम नाराज हो सकते हैं क्यूंकि मुस्लिमो की आस्था फिलिस्तीन में है, इजराइल से नफरत करते है, और हमारे वोट बैंक वाले प्रधानमंत्रीयों ने इसी कारण कभी इजराइल की यात्रा की ही नहीं। 

हमारे देश के नेताओं ने भारत का लाभ नहीं बल्कि वोट बैंक देखा, देशहित से अधिक वरीयता तुष्टिकरण को दी नरेंद्र मोदी ऐसे पहले प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने तुष्टिकरण को नहीं बल्कि भारत को वरीयता दी, इजराइल से भारत की करीबी का साफ़ मतलब है भारत का फायदा क्यूंकि इजराइल दुनिया में युद्ध तकनीक में नंबर 1 है। 

हम एक बात आज पक्के दावे से कह सकते हैं, नरेंद्र मोदी भारत के आजतक के सबसे सर्वश्रेष्ठ प्रधानमंत्री हैं, और ये चीज अब स्पष्ट हो चुकी है। क्यूंकि पहले के प्रधानमंत्री वोट बैंक के सामने देशहित की अवहेलना करते रहे, पर मोदी ऐसे पहले प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने तुष्टिकरण नहीं बल्कि देशहित को वरीयता दी। 

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