Thursday 2 November 2017

घर घर ये संदेश पहुचायें, गर्म पानी पियें और पिलायें


जापानी डॉक्टर्स के एक समूह ने यह प्रमाणित किया है कि गर्म पानी सिरदर्द, माइग्रेन, हाई / लो ब्लड प्रेशर, जोड़ों का दर्द, ह्रदय की धड़कन में अनियमितता, कोलेस्ट्रॉल, वृद्धि, कफ, असहजता, अस्थमा नसों में रुकावट, मूत्र सम्बन्धी रोग, उदर रोग, कमजोर याददास्त , आंख -नाक-कान -गले से सम्बंधित रोगों में शत प्रतिशत प्रभावी है।

गर्म पानी के उपयोग का तरीका 
प्रातः काल जल्दी सुबह उठकर लगभग चार गिलास गर्म पानी  पियें। और अगले पैंतालिस मिनिट तक कुछ ना खाएं। प्रारम्भ में चार गिलास पीने में दिक्कत हो सकती है। परन्तु धीरे - धीरे इसकी आदत पड़ जाएगी। पानी हमेसा  घूँट - घूँट करके पियें, और संडास जाने से पहले पियें। सुबह-सुबह पानी पीने से बड़ी आंत साफ होती है, और भूक भी अच्छी लगती है। 

गर्म पानी पीने से विभिन्न रोगों से छुटकारा 
डायबिटीज तीस दिन में, ब्लड प्रेशर तीस दिन में, उदर रोग दस दिन में, कैंसर नौ माह, नसों के ब्लॉकेज छः माह, भूक ना लगना दस दिन, यूट्रस सम्बन्धी दस दिन, नाक-कान-गला दस दिन, माहवारी समस्या पंद्रह दिन, हृदय  रोग तीस दिन, सर दर्द और माइग्रेन तीन दिन, कोलेस्ट्रॉल चार माह, लकवा नौ माह, अस्थमा चार माह। 

ठंडा पानी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। पूर्व में बुजुर्ग कहते थे कि यदि ठंडा पानी आपको आज नुकसान नहीं पहुंचा रहा है तो कल बुढ़ापे में आपको अवश्य नुकसान पहुंचाएगा। 

ठंडा पानी हृदय की चार मुख्य नसों को बंद कर देता है। जिससे हृदय रोग और हृदयाघात की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। कोल्ड ड्रिंक हृदयाघात का एक प्रमुख कारण है। 

ठन्डे पानी से लीवर में समस्या होती है। जिसकी वजह से लीवर में फैट जमा हो जाता है। लीवर के ट्रांसप्लांट के इन्तजार में बैठे लोग इस बात को बखूबी जानते हैं कि ठंडा पानी और पेय की वजह से उन्हें कितना नुकसान हुआ है। 

ठंडा पानी पेट की आंतरिक दीवारों को प्रभावित करता है। ठंडा पानी पेट और बड़ी आंत को भी प्रभावित करता है, जिसके परिणाम स्वरूप कैंसर होता है। 

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